चंबल संभाग मध्य प्रदेश की चंबल घाटी का एक हिस्सा है। मध्य प्रदेश के तीन जिले श्योपुर, मुरैना और भिंड चंबल संभाग के अंतर्गत आते हैं। चंबल डिवीजन क्षेत्र 2554 15 उत्तरी अक्षांश से 26 ° 48 उत्तरी अक्षांश और 76 ° 31 पूर्वी देशांतर से 79 ° 15 पूर्वी देशांतर के बीच 16054 किमी 2 में फैला है। चंबल नदी, इस क्षेत्र को राजस्थान और उत्तर प्रदेश से अलग करती है, इस प्रकार यह विभाजन की उत्तरी, उत्तर-पश्चिमी और उत्तर-पूर्वी सीमाओं को परिभाषित करती है। चंबल नदी के दूसरी तरफ यानी चंबल संभाग के उत्तर में कोटा, सवाई माधोपुर, करौली, राजस्थान और आगरा, उत्तर प्रदेश के इटावा जिले, और पश्चिम में पार्वती नदी इसकी सीमा को परिभाषित करती है। मध्य प्रदेश के शिवपुरी, ग्वालियर जिले दक्षिण में सीमा बनाते हैं। पूर्व में, दतिया जिले और उत्तर प्रदेश का जालौन जिला इसकी सीमा है।
संभाग के बारे में
चम्बल संभाग के अन्तर्गत म.प्र. के तीन जिलों की 19 तहसीलें सम्मिलित हैं, जिसमें श्योपुर जिले की श्योपुर, विजयपुर, वीरपुर, बड़ौदा, कराहल, मुरैना जिले की पोरसा, अम्बाह, मुरैना, जौरा, कैलारस व सबलगढ़ तथा भिण्ड जिले की मेहगांव, भिण्ड, अटेर, मिहोना, लहार, गोहद, रोन, गोरमी सम्मिलित हैं। अध्ययन क्षेत्र में कुल 22 नगरीय अधिवास तथा 2212 ग्रामीण अधिवास हैं।
चम्बल संभाग भारत के मध्य में तथा मध्यप्रदेश के उत्तरी भाग मे विस्तृत है। यह संभाग मुख्यालय गमनागमन की दृष्टि संभाग मुख्यालय से नेशनल हाईवे क्रमांक-3 आगरा-मुम्बई राजमार्ग पर स्थित है। रेल सुविधा की दृष्टि से चम्बल संभाग मुख्यालय उत्तर मध्य रेलवे के प्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हुआ है, यद्यपि संभाग क्षेत्र चारों ओर से उत्तर प्रदेश राजस्थान व मध्य प्रदेश के जिलों से प्रत्यक्षतः जुड़ा हुआ है। रेल एवं सड़क परिवहन के द्वारा क्षेत्र देश के प्रमुख नगरों से प्रत्यक्षतः जुड़ा हुआ है।
चम्बल संभाग दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की ओर लम्बाकार रूप में विस्तृत है।